तक्षशिला (Takshashila / Taxila) प्राचीन भारत का एक प्रसिद्ध शहर और यहाँ विश्व का सबसे पहला शिक्षा केन्द्र भी था। तक्षशिला वर्तमान में पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में है। यहाँ की तक्षशिला विश्वविद्यालय गुरुकुल प्रणाली पर आधारित था और यहाँ वैदिक व पौराणिक विषयों पर पढ़ाई होती थी। तक्षशिला एक अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय था और यहाँ विद्यार्थी भारत से ही नहीं, बल्कि यूनान, फ़ारस, अरब, चीन और मिस्र जैसे देशों से भी आते थे।
सारांश तालिका (संक्षेप में)
विषय | विवरण |
---|---|
स्थान | वर्तमान पाकिस्तान में |
काल | 7वीं शताब्दी ई.पू. से 5वीं शताब्दी ईस्वी तक |
स्वरूप | एक प्रसिद्ध प्राचीन नगर और अंतरराष्ट्रीय शिक्षा केन्द्र |
भौगोलिक महत्व | “उत्तरापथ” व्यापार मार्ग पर स्थित — भारत, मध्य एशिया व पश्चिम एशिया को जोड़ता था |
शिक्षण पद्धति | गुरुकुल जैसी प्रणाली — शिक्षक अपने घर में पढ़ाते; छात्र स्वयं शिक्षक चुनते थे |
मुख्य विषय | वेद, व्याकरण, दर्शन, गणित, खगोल, आयुर्वेद, शल्य चिकित्सा, राजनीति, युद्धकला, संगीत, नृत्य |
प्रमुख विद्वान | पाणिनि, चाणक्य, चरक आदि |
विद्यार्थी कहाँ से आते थे | भारत के अलावा यूनान, चीन, अरब, मिस्र आदि देशों से |
पतन | 5वीं शताब्दी ईस्वी — हूण आक्रमण (तोरमाण व मिहिरकुल) के कारण |
आज का महत्व | UNESCO विश्व धरोहर स्थल और महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल |
तक्षशिला विश्वविद्यालय इतिहास
तक्षशिला (Takshashila) शहर की स्थापना रामायण काल में राजा भरत के पुत्र तक्ष द्वारा स्थापित किया गया था। तक्षशिला एक बड़ा नगर ही नहीं था बल्कि विश्वविद्यालय और व्यापारिक केन्द्र भी था।
तक्षशिला विश्वविद्यालय विश्व का सबसे पुराना और पहला शिक्षा केंद्र था, जिसका नाम तक्षशिला शहर पर रखा गया था "तक्षशिला विश्वविद्यालय (Takshashila University)"। तक्षशिला विश्वविद्यालय (Takshashila University History) की स्थापना लगभग 700 ईसा (7वीं शताब्दी) पूर्व हुई थी। इस विद्यालय में चिकित्सा, चित्रकला, मूर्तिकला, हस्तशिल्प, खगोल विज्ञान और राजकला सहित विभिन्न विषयों पर पढ़ाई होती थी, जो दुनिया भर के छात्रों को आकर्षित करती थी। तक्षशिला हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों के लिए महत्वपूर्ण था। इस विश्वविद्यालय का उल्लेख रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। यहाँ दार्शनिक, राजनीतिज्ञ चाणक्य, पाणिनि, चरक, और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे महान विद्वानों ने शिक्षा प्राप्त की है।
5वीं शताब्दी में मुस्लिम आक्रांताओं और हूणों के आक्रमणों ने तक्षशिला को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था। तक्षशिला एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है और "विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage)" के रूप में मान्यता प्राप्त है। तक्षशिला वर्तमान में पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में स्थित है।
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