समय और समाज की ज़रूरतों के अनुसार संविधान में बदलाव।
संशोधन का अर्थ है किसी कानून, संविधान, नियम या प्रावधान में औपचारिक बदलाव या सुधार करना होता है। जब किसी दस्तावेज़ या नियम में समय के अनुसार नई परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए परिवर्तन किया जाता है तो उसे संशोधन (Amendment) कहा जाता है।
हाल का संशोधन (अगस्त 2025)
20 अगस्त 2025 को लोकसभा में 130वाँ संविधान संशोधन विधेयक के रूप में पेश किया गया है, जिसमें यदि कोई मंत्री, मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री आरोपी पाया जाता है और गंभीर आपराधिक अपराधों के लिए गिरफ्तार किया जाता है तथा 30 दिनों तक हिरासत में रखा जाता है तो वो मंत्री पद से हटाये जायेंगे।
भारतीय संविधान में संशोधन
भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। समाज और समय की ज़रूरतों के अनुसार संविधान में परिवर्तन होता रहता है। संविधान में अनुच्छेद (Article) 368 के अंतर्गत संशोधन किया जा सकता है। 1950 में भारतीय संविधान के लागू होने के बाद अब तक (जुलाई 2025) 106 संशोधन लागू किए जा चुके हैं, जिसमें पहला संशोधन 1951 में किया गया था।
संशोधन की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
- समय और परिस्थितियों के अनुसार बदलाव के लिए।
- सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सुधार के लिए।
- नयी चुनौतियों के समाधान करने के लिए।
संविधान संशोधन की प्रक्रिया
संविधान में तीन तरह से संशोधन किये जा सकते हैं:
- संसद में साधारण बहुमत से – जैसे लोकसभा और राज्यसभा में सामान्य बहुमत से पारित।
- संसद में विशेष बहुमत से – संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत से सदस्यों का समर्थन।
- विशेष बहुमत + राज्यों की सहमति से – आधे से अधिक राज्यों की सहमति आवश्यक होती है।
प्रमुख संशोधनों की सूची
1 से लेकर 106वें तक के प्रमुख संशोधनों की सूची नीचे दी गई है:
संशोधन संख्या | वर्ष | मुख्य उद्देश्य / विषय |
---|---|---|
1वां | 1951 | अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध, 9वीं अनुसूची जोड़ी गई |
7वां | 1956 | राज्यों का पुनर्गठन |
10वां | 1961 | दादरा व नगर हवेली को भारत में शामिल किया |
24वां – 26वां | 1971 | संसद के संशोधन अधिकार; संपत्ति अधिकार में कटौती; प्रिवी पर्स समाप्त |
36वां | 1975 | सिक्किम को पूर्ण राज्य बनाया |
42वां | 1976 | “साम्यवादी”, “धर्मनिरपेक्ष” शब्द जोड़े गए; मौलिक कर्तव्य जोड़े गए |
44वां | 1978 | आपातकाल अधिकार सीमित; मौलिक अधिकार पुनर्स्थापित |
52वां | 1985 | दल-बदल विरोध कानून (Anti-Defection Law) |
61वां | 1989 | मतदान की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष |
69वां | 1991 | दिल्ली को विशेष दर्जा (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) |
73वां – 74वां | 1992 | ग्राम पंचायत और नगर निकायों को संवैधानिक दर्जा |
86वां | 2002 | 6-14 वर्ष तक शिक्षा का अधिकार मौलिक अधिकार बना |
97वां | 2011 | सहकारी समितियों को संवैधानिक दर्जा |
100वां | 2015 | भारत-बांग्लादेश सीमा समझौता |
101वां | 2016 | वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू |
103वां | 2019 | आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को 10% आरक्षण |
104वां | 2020 | SC/ST आरक्षण बढ़ाया गया; एंग्लो-इंडियन आरक्षण समाप्त |
105वां | 2021 | राज्यों को OBC सूची का अधिकार वापस |
106वां | 2023 | महिलाओं के लिए लोकसभा व विधानसभाओं में आरक्षण |
संशोधन से जुड़े प्रश्नोत्तर (FAQs)
106 संशोधन की लिस्ट
106 संशोधन लागू हो चुके हैं और किस वर्ष में उसकी पूरी लिस्ट के लिये यहाँ पर क्लिक करें
हमारी पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद !.....
हम आशा करते हैं आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी होगी। अगर आप हमारे साथ कुछ शेयर करना चाहते हैं या इस पोस्ट के सम्बन्ध में हमें बताना चाहते है तो कमेंट (Comment) करें या मेल (onlinegkwala@gmail.com) करें और कांटेक्ट फॉर्म (Contact Form) के जरिये भी बता सकते हैं।
इस पोस्ट से सम्बंधित अपना फीडबैक जरूर दें !!...
0 टिप्पणियाँ
Have any questions or suggestions? Drop a comment below – we’ll reply as soon as possible!
Emojiआपका फीडबैक हमारे लिए अमूल्य है – इससे हमें और बेहतर कंटेंट देने की प्रेरणा मिलती है।