ईस्ट इंडिया कंपनी: भारत में, इतिहास (1757–1857)

सन. 1600 में इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम ने "ईस्ट इंडिया कंपनी" स्थापना कर व्यापार करने की अनुमति दी। कंपनी का असली नाम – Governor and Company of Merchants of London Trading into the East Indies था। इसका मुख्य उद्देश्य एशियाई देश भारत के साथ व्यापार करना, ताकि भारत से कपड़ा, मसाले, नील, चाय, अफीम आदि का व्यापार कर सके।

Online GK Wala, ईस्ट इंडिया कंपनी: भारत में, इतिहास (1757–1857), East India Company

ईस्ट इंडिया कंपनी संक्षिप्त जानकारी

विवरण
स्थापना 1600, इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम
भारत आगमन 1608, सूरत
व्यापार की अनुमति 1615 में
क्या व्यापार करने आई थी मसाला व्यापार, बाद में मसाले, कपड़ा, नील, अफीम
मुख्य युद्ध प्लासी (1757), बक्सर (1764)
शासन काल 1757 से 1858
अंत 1857 विद्रोह के बाद कंपनी शासन समाप्त

ईस्ट इंडिया कंपनी इतिहास / विस्तार में

ईस्ट इंडिया कंपनी एक व्यापारिक संस्था थी, जिसकी स्थापना 31 दिसंबर सन.1600 को लंदन में एलिजाबेथ प्रथम द्वारा हुई थी। इसका गठन पूर्वी देशों (हिंद महासागर क्षेत्र) के साथ व्यापार करने के लिए किया गया था। ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में सन. 1608 में सूरत पहुँची थी, और सर थॉमस रो ने सन.1615 में जहाँगीर के आगरा दरबार पहुँचे जहाँ से भारत में व्यापार करने की अनुमति मिली।

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ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे अपने व्यापर को भारत में शुरू कर दिया। सूरत, मद्रास, बंबई और कलकत्ता में कंपनी ने कारखाने खोले, जिसने भारत में व्यापार करने के साथ-साथ राजनीति में दखल देना शुरू कर दिया। सन.1757 का प्लासी युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुआ जिसमें नवाब सिराजुद्दौला को हार का सामना करना पड़ा और अंग्रेज इस लड़ाई में विजयी रहे। प्लासी युद्ध से कंपनी की राजनीतिक शुरुआत हुई। सन.1764 का बक्सर युद्ध और भी निर्णायक था, जिसके बाद बंगाल, बिहार और उड़ीसा की राजस्व वसूली ईस्ट इंडिया कंपनी को मिल गई। अंततः अंग्रेजों ने भारतीय उपमहाद्वीप के बड़े हिस्से को नियंत्रित किया।

कंपनी के शासन के दौरान किसानों का शोषण किया गया, अत्यधिक कर लिया जिसके चलते किसानों की फसल का विनाश हुआ। इन कारणों से असंतोष बढ़ा और सन.1857 का विद्रोह हुआ जिसके कारण कंपनी का शासन समाप्त हो गया और सन. 1858 में भारत सीधे ब्रिटिश क्राउन के अधीन में आ गया।


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